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होळै-सी’क झरग्यो पत्तो एक / सांवर दइया
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स्व. हेमाराम शर्मा नै याद करतां
होळै-सी’क झरग्यो पत्तो एक
पेड़ सूनो करग्यो पत्तो एक
पीळो पड़्या बिना ई खिरग्यो
जुलम जबरो करग्यो पत्तो एक
हेलो करता रैया- तूं मत जा
पण अणसुणी करग्यो पत्तो एक
मन री बातां स्सै मन में रै’गी
म्हांनै एकलो करग्यो पत्तो एक
सगळी ओप उतरगी बसंत री
जग अडोळो करग्यो पत्तो एक