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अनोखा प्यार / क्रिस्टोफर ओकिग्बो / कुमार मुकुल
Kavita Kosh से
हमारे पीठ पीछे आ चुका है चंद्रमा
एक-दूसरे पर झुके
हम दो देवदारों के मध्य
चढते चंद्रमा के साथ
हमारा प्यार
हमारे आदिम एकांत में वास कर रहा है
अब छायाएं हैं हम
लिपटे एक-दूसरे से
शून्य को चूमती
छायाएं केवल।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : कुमार मुकुल