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आदमी और आदमी की जात देखिए / राजेश चड्ढा
Kavita Kosh से
आदमी और आदमी की जात देखिए,
इसकी शह पे उसको दी है मात देखिए ।
इक हाथ में उसूल, दूजे में स्वार्थ है ।
साथ साथ उठेंगे दोनों हाथ देखिए ।
आपकी ख़ामोशी की कीमत बताइए,
निकल न जाए मुँह से सच्ची बात देखिए ।
अब दोस्तों से दुश्मनी का जादू सीख लो,
रिश्ते ही देंगे ज़ख़्मों की सौगात देखिए ।
अब गिरेगी छत या डूबेगा मेरा घर ,
आप दिल बहलाइए बरसात देखिए ।
इस नस्ल में ऐसे भी कुछ लोग होते हैं,
गोया है अदब बीवी सुलाया साथ देखिए ।