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आधी ख़ुशियाँ तो हम नहीं लेंगे / विनोद तिवारी
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आधी ख़ुशियाँ तो हम नहीं लेंगे
कल्पनाओं से कम नहीं लेंगे
लक्ष्य को पा न लेंगे जिस दम तक
दोस्त हम लोग दम नहीं लेंगे
वो कहानी कि जिसको सुनते ही
आँख हो जाए नम नहीं लेंगे
भूखे लोगों को दीजिए रोटी
लोग भाषण का भ्रम नहीं लेंगे
आन है हमको अपने आँखों की
रोशनी लेंगे तम नहीं लेंगे