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कहत श्याम मेरे नहीं तुम बिन कोऊ आन / सुन्दरकुवँरि बाई

कहत श्याम मेरे नहीं तुम बिन कोऊ आन।
प्रानहु है प्यारी प्रिया काहि करत हौ मान॥
काहि करत हौ मान चलहु पिय संग बिहारौ।
राधा राधा मंत्र नाम वे रटत तिहारौ॥
नायक नन्दकुमार सकल सुभ गुन के सागर।
तिनसौ मान निवार बहुत बिनवत सुनि नागर॥