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कायाकल्प / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
देखते ही देखते
मेरी आँखों के सामने
ए० टी० एम० मशीन
सुन्दरी राजकन्या बन गई।
मैंने उसे बाँहों में भर लिया।
सुन्दरी राजकन्या ने
मुझे अपनी बाँहों में भर लिया।
और मैं ए० टी० एम० मशीन बन गया।