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ट्यूटर / अर्पण कुमार
Kavita Kosh से
महानगर में पढ़नेवाला
सातवीं का बच्चा
उसका ट्यूटर उसके गाल पर
हलकी चपत लगाता है
बच्चा शीघ्र ही
अपनी कलम की नोंक
ट्यूटर की कलाई पर
दे मारता है
शिक्षक-शिष्य का संबंध
उसके लिए
कोई मायने नहीं रखता
वह इतना ही सोच पाता है---
‘किसी ने उसे थप्पड़ मारा है
और वह उसका प्रत्युत्तर देगा’।