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दुनिया को हमने गीत सुनाये हैं प्यार के / राजेंद्र नाथ 'रहबर'

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दुनिया को हमने गीत सुनाये हैं प्यार के
दुनिया ने हमको दी हैं सज़ाएं नयी नयी

ये जोगिया लिबास , ये गेसू खुले हुए
सीखीं कहाँ से तुमने अदाएं नयी नयी

जब भी हमें मिलो ज़रा हंस कर मिला करो
देंगे फकीर तुम को दुआएं नयी नयी