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मैं हूँ तेरा प्रिये तू है मेरी प्रिया / अनुपम कुमार

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मैं हूँ तेरा प्रिये तू है मेरी प्रिया
न देखूं तुझे तो डर जाये जिया

चाँद चेहरा तेरा चांदनी तेरा नूर
रह पाऊं न मैं तुझसे तो दूर
हीरा मैं तेरा तू मेरी कोहिनूर
मैं सूरज हूँ तेरा तू मेरा दीया

जीवन हो मुश्किल तो समाधान तू
जीवन के सौंदर्य का परिधान तू
जीवन है कबला तो बलिदान तू
परिवार का फूल है तुमसे खिला

हंसी तेरी प्रेम के दीप जलाये
प्रेमदीप हमको तो राह दिखाए
दुःख-अँधेरा पास फटक न पाए
जीवन के अँधेरे को तुमने पीया