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वासना / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा

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वासना का सीधा सम्बन्ध देह से है
उस देह से जो दूसरी देह को अपने में समेट कर
पहली देह को यूँ छोड़ देती है जैसे कारीगर
साँझ होते ही छोड़ देता है
अध बनी इमारत को