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Kavita Kosh से
|रचनाकार=राम प्रसाद बिस्मिल
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सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए ऐ आसमान,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है