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{{KKShayar}}
* [[सारी बस्ती में ये जादू / क़तील]]
* [[गम के सहराओ में / क़तील]]
* [[तड़पती हैं तमन्नाएँ किसी आराम से पहले / क़तील ]]
* [[विसाल की सरहदों तक आ कर जमाल तेरा पलट गया है / क़तील ]]