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तेरे आने की जब ख़बर महके / नवाज़ देवबंदी
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02:43, 25 सितम्बर 2013
<poem>
तेरे आने की जब ख़बर महके
तेरे
ख़ुश्बू
ख़ुशबू
से सारा घर महके
शाम महके तेरे तसव्वुर से
ज़हन-ओ-दिल मेरे रात भर महके
याद
आये
आए
तो दिल मुनव्वर होदीद हो
जाये
जाए
तो नज़र महके
वो घड़ी दो घड़ी जहाँ बैठे
वो ज़मीं महके वो शजर महके
</poem>
अनिल जनविजय
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