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सुन सखिया हेलालन एहो, कहवाँ ही सिरिजे़ले सुन्नर हथिया, कहवाँ ही सिरिजे मजोर हेकातिक निसुत दिवाली,पिया संग खेलबइ जुआड़ीकहवाँ ही सिरजे ननदी के भइयाअगहन अग्र स्नेह बारी तिरिया, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।१।।सात्सुर जाइ रे।सुन सखिया हेलालन एहो, बनवा ही सिरजेले सुन्नर हथिया, बनवाँ ही सिरजे मजोर हेपूस चढ़ल पुसबारी सारो सुग्गा बाल न आने रे,माई कोखी सिरजेले ननदी के भइयवावमाघहिं खाट बिनाई, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।२।।पिया बिन जाड़ों न जाई रे।सुन सखिया हेलालन एहो, केहरी से अइले सुन्नर हथियानवखंड आम महू रे डार, केहरी से अइले मजोर हेफागुन ऋतु धावे,केहरी से आवेले ननदी के भइयाचइत चढ़ल चित भोरे, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।३।।पिया परदेस गइल रे।सुन सखिया हेलालन एहो, पूरुबे से अइले सुन्नर हथियाबइसाख चढ़ल मदमाती, दखिन से अइले मजोर हेनीदी मोरे प्रेम भइल रे,पछिम से अइले ननदी के भइअवाजेठ चढ़ल तन चूए, जहाँ बसे प्रान हमार रे।।४।।सुन सखिया हे, कहँवें, बइठइबो में सुन्नर हथिया, कहँवें बइठइबो मजोर हेकहँवें बइठबो में ननदी गोरी के भइअवा, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।५।।अंग चीरो न सोहाई रे।सुन सखिया हेलालन एहो, दुअरे बइठइबों में सुन्नर हथियाआसाढ़ घटा घनघोरे, घरीए बइठइबों मजारे हेमड़वे बइठइबो में ननदी पिया के भइअवामाथे छत्र बिराजे, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।६।।सुन सखिया हेसावन रचत हिंडोला, केथिए खिअइबों में सुन्नर हथिया, केथिए खिअइबों मजोर हेसखी सब झूलन जाई रे।केथिए खिअइबों में ननदी के भइयवालालन एहो, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।७।।सुन सखिया हेभादो ही निसु आँधियारी, डरवे खिअइबों में सुन्नर हथियासेज छोड़ी धनि बैठि दुआरी, खोअबे खिअइबों मजोर हेदाल-भात खिअइबों में सुन्नर हथिया, खोअबे खिअइबों मजोर हेदाल-भात खिअइबों में ननदी के भइयवा, जहाँ बसे प्रान हमारे हे।।८।।सुन सखिया हे, केथिए समोधबों में सुन्नर हथिया, केथिए समधबों मजोर हेकेथिए समधबों में ननदी के भइयवा, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।९।।सुन सखिया हे, टकले समोधबों में सुन्नर हथिया, टकले समोधबों मजोर हेटकलो समोधबों में ननदी के भइअवाकुआर ही आस लगाई, जहाँ बसे प्रान हमार हे।।१0।।पिया मोरे पास न आई रे।
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