भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
* [[बात अब जब भी चलेगी तोप की तलवार की / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[आए कुछ अब्र कुछ शराब आए / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[या तो कुछ ज़ोर से सुनाने दे / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[यां तलक जान पे बन आई बहुत रात गए / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[सितमज़रीफ भी दिल कितना सादा रखता था / कांतिमोहन 'सोज़']]
* [[एक बार जीवन में आप गर वफ़ा करते / कांतिमोहन 'सोज़']]