गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
प्रधानमंत्री ज़िद पर अड़ा है / अनिल पुष्कर
3 bytes added
,
08:58, 31 अगस्त 2015
तय हो रहे हैं फ़ैसले देशहित-जनहित के इस सण्डास में
सामने एक
शख्स
शख़्स
खड़ा है पुराने वाकयात दोहराता
गुज़रे ज़माने का वाहियात इतिहास दोहराता
और मुस्तकबिल की ओर देखता है
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,410
edits