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Kavita Kosh से
जब बच्चों मन से पढ़ो, तब तो होगा नाम॥
इमली में छोटी 'इ ' है, 'ई ' से होती ईख।
पुस्तक अच्छी मित्र है, ले लो इनसे सीख॥
'उ ' से पढ़ो उलूक सभी, 'ऊ ' से पढ़ लो ऊन। वर्ण-ज्ञान के बिन जगत मेंजिसको नहीं, सारा उनका जीवन सून॥
'ए ' से बनती एकता, 'ऐ ' से ऐनक गोल।
ओ से पढ़ लो ओखली, शिक्षा है अनमोल॥
औरत 'औ ' से सीख लो, 'अं ' से है अंगूर। वर्ण 'अ ' से 'अ: ' तक सभी, स्वर हैं, रटो ज़रूर॥
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