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/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[इस सोच में ही मरहला-ए-शब गुज़र गया / शहराम सर्मदी]]
* [[ख़ला सा ठहरा हुआ है ये चार-सू कैसा / शहराम सर्मदी]]
* [[ग़ुबार-ए-दर्द में राह-ए-नजात ऐसा ही / शहराम सर्मदी]]
* [[जो इस बरस नहीं अगले बरस में दे दे तू / शहराम सर्मदी]]
* [[फ़ज़ा होती ग़ुबार-आलूदा सूरज डूबता होता / शहराम सर्मदी]]
* [[बदल जाएगा सब कुछ ये तमाशा भी नहीं होगा / शहराम सर्मदी]]
* [[ब-नाम-ए-इश्क़ इक एहसान सा अभी तक है / शहराम सर्मदी]]
* [[ब-राह-ए-रास्त नहीं फिर भी राब्ता सा है / शहराम सर्मदी]]
* [[बस सलीक़े से ज़रा बर्बाद होना है तुम्हें / शहराम सर्मदी]]
* [[याद की बस्ती का यूँ तो हर मकाँ ख़ाली हुआ / शहराम सर्मदी]]
* [[रगों में रात से ये ख़ून सा रवाँ है क्या / शहराम सर्मदी]]
* [[वो एक लम्हा-ए-रफ़्ता भी क्या बुला लाया / शहराम सर्मदी]]
* [[याद की बस्ती का यूँ तो हर मकाँ ख़ाली हुआ समुंदर तिश्नगी वहशत रसाई चश्मा-ए-लब तक / शहराम सर्मदी]]* [[हमारे ज़ेहन में ये बात भी नहीं आई / शहराम सर्मदी]]* [[ / शहराम सर्मदी]]