भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भाषा का भविष्य / रघुवीर सहाय

125 bytes removed, 19:26, 7 मार्च 2010
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार = रघुवीर सहाय|संग्रह = एक समय था / रघुवीर सहाय
}}
{{KKCatKavita‎}}<poem>
भाषा के भविष्य पर भाषण करके उठे शिक्षा के
उपमंत्री
बूढ़ा खड़ा हुआ
कहा, मेरे पेट में बायगोला है साहब दवा करवा दो ।
  (कवि के मरणोपरांत प्रकाशित 'एक समय था' नामक कविता-संग्रह से )</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits