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|रचनाकार = रघुवीर सहाय|संग्रह = एक समय था / रघुवीर सहाय
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भाषा के भविष्य पर भाषण करके उठे शिक्षा के
उपमंत्री
बूढ़ा खड़ा हुआ
कहा, मेरे पेट में बायगोला है साहब दवा करवा दो ।