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फिर भी मेरा क्या भरोसा / मनमोहन

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मैं साथ लिया जा चुका हूँ
फ़तह किया जा चुका हूँ
फिर भी मेरा क्या भरोसा !
बहुत मामूली ठहरेंगी मेरी इच्छाएँ

औसत दर्ज़े के विचार
ज़्यादातर पिटे हुए

मेरी याददाश्त भी कोई अच्छी नही

लेकिन देखिए, फिर भी, कुत्ते मुझे सूँघने आते हैं
और मेरी तस्वीरें रखी जाती हैं