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तीसरी कहानी / कुमार कृष्ण

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गाय-बैल की कहानी के अतिरिक्त
कोई तीसरी कहानी नहीं है तुम्हारे पास
हाँ है बेटी!
तीसरी कहानी आदमी की कहानी है
बड़ी भयानक है वह
डर जाओगी तुम उसे सुनकर
पत्थर घिसने की गन्ध आ रही है
उठो चक्की के मुँह में दाने भर दो
इससे पहले कि खत्म हो जाए लालटेन का घासलेट
तुम चूल्हे पर चढ़ा दो तवा
और तेज कर दो लकड़ी की आँच।