Last modified on 2 फ़रवरी 2021, at 20:37

पत्थलगड़ी की औरतें / वन्दना टेटे

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:37, 2 फ़रवरी 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वन्दना टेटे |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उन पाँच लड़कियों में से
एक मैं भी हूँ
पर क्या आप उन 8.6 प्रतिशत
आदिवासी समुदाय की
औरतों में से एक हैं
आँकड़ों का विश्लेषण
विशेषज्ञों का काम है
हम तो महज आँकड़े हैं
हम आदिवासी लड़कियाँ
और औरतें भी आपके विकास से
हर रोज़ बलत्कृत हैं
संविधान की शपथ खानेवाली
सरकार की फौजें
किस दिन संसद को घेरेंगी
अपने लोगों के लिए
आपने बदल ली है
’47 के बाद देशद्रोही की परिभाषा
चाचा नेहरू देशभक्त हो गए हैं
हम आदिवासी
आज भी देश के लिए ख़तरा हैं

हम खड़े थे
निर्भया के साथ भी
हम खड़े हैं
पाँच लड़कियों के साथ भी
पर क्या आप आएँगे
पत्थलगड़ी कर रही
आदिवासी औरतों के साथ नाचने
आदिवासी मर्दों के साथ गाने
देश का संविधान पूछ रहा है
5वीं अनुसूची के सामने
आप कब तक चुप रहेंगे