Last modified on 24 नवम्बर 2025, at 14:46

लाजो / देवी प्रसाद मिश्र

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:46, 24 नवम्बर 2025 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=देवी प्रसाद मिश्र |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पता नहीं है लाजो का
यहीं कहीं मरती खपती थी कहाँ गई

अभी हाल में ही देखा था
घूम रहा रेपिस्ट गली के पार कहीं

वह भुवनेश्वर से आई थी
नाम था रज़िया नाम बदलकर काम मिला था झाड़ू-पोंछा

पतली-सी थी बात करो तो हँस देती थी
इतना हँसती थी कि लगता फँस सकती थी

वह है ग़ायब तो उसको क्यों ढूँढ़ा जाए
और बहुत से काम पुलिस के पास देश के पास

उन्हें निपटाया जाए
शोर नहीं कम होता लगता

इन चैनल के बाजों का
पता नहीं है लाजो का