Last modified on 10 अगस्त 2016, at 09:57

योगिया जुमै छै महिसौथा नगर मे / मैथिली लोकगीत

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

योगिया जुमै छै महिसौथा नगर मे
ओहि समय के वार्त्ता छियै
दादा सलहेस भागि गेलै फलका पर
मोती दुलरूआ फलका गयलै
रेखा काटि महल से गयलै
अपना हाथ से रेखा कटै छै
हाथ बात रानी के कहै छै
सुनऽ सुनऽ हे रानी, सुनिले
नहिरा के गोहनियाँ एलै
रेखा टपि बाहर नइ जीहे
हमरा वचनियाँ सतबरती ने कटिहै गै।।