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राम आरो कृष्ण के भी जनैवाली धरती ई / अनिल शंकर झा

राम आरो कृष्ण के भी जनैवाली धरती ई
कतनै जुगेॅ सें आन-बान केॅ बचैलकै।
राणा आ शिवा पेॅ नाज करी-करी बरसेॅ सें
आशा राखी पूत लाख लाखों केॅ जनलकै।
शश्वतोॅ यें लाज-बीज घोर कलिकाल में भी
यही सोची ताज-तजी देबॉ केॅ मनैलकें।
ताही जननी केॅ दुष्ट पापी हाथें सोंपै हेनोॅ
पूत पाप कहेॅ माता केना केॅ जनलकै॥