Changes

जुग-भीष्म !/ कन्हैया लाल सेठिया

43 bytes removed, 01:30, 17 अक्टूबर 2013
|संग्रह=लीलटांस / कन्हैया लाल सेठिया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
 
चनण रै वन में
सैल कर‘र
हिमाळै रो गरब,
घालण लागगी डील
साव माड़ी नद्यांनदयां,
जलमण लागग्या
बगत रै घरां
अबै इन्छ‘र छोडैलो
आप रौ खोळियो
 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits