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| + | हार गया हिम्मत | ||
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| + | कह देना वादों में । | ||
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| + | दो नैना भी खोले । | ||
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| + | चाँद सताता है | ||
| + | भेजे ना तू पाती । | ||
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| + | रुत बहुत सुहानी है | ||
| + | तुमसे मिलते ही | ||
| + | कलियाँ खिल जानी है । | ||
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| + | कितनी सूनी रातें | ||
| + | थोड़ा चैन मिला | ||
| + | पी लीं तेरी बातें । | ||
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| + | मुश्किल तो जीना है | ||
| + | तेरा साथ रहे | ||
| + | हर ग़म को पीना है । | ||
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| + | सुनसान डगर मेरी | ||
| + | चलते जाना है | ||
| + | तूने अँखियाँ फेरी । | ||
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| + | छोटा -सा बच्चा है | ||
| + | बातें समझ -भरी | ||
| + | न अकल का कच्चा है । | ||
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| + | काटे जो पेड़ यहाँ | ||
| + | इक दिन होगा वो | ||
| + | ढूँढोगे साँस कहाँ । | ||
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| + | जो प्रीत निभाई है | ||
| + | सुख-दुख साथ जिएँ | ||
| + | अब कसम उठाई है । | ||
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| + | कब ऐसा था जाना | ||
| + | तुझसे प्रीत हुई | ||
| + | जग लगता बेगाना । | ||
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20:05, 13 जून 2020 के समय का अवतरण
1
ये बात पुरानी है
जन्मों का रिश्ता है
अब प्रीत निभानी है ।
2
सागर ये गहरा है
कैसे पार करूँ
साँसों पे पहरा है ।
3
नैया ये डूब गई
हार गया हिम्मत
उस पल ही हार हुई ।
4
साँसों की डोरी पर
नाम लिखूँ तेरा
मन -चादर कोरी पर
5
आ जाना यादों में
साथ नहीं छोड़ूँ
कह देना वादों में ।
6
सन्नाटा ये बोले
भेद दिलों के अब
दो नैना भी खोले ।
7
अब नींद नहीं आती
चाँद सताता है
भेजे ना तू पाती ।
8
रुत बहुत सुहानी है
तुमसे मिलते ही
कलियाँ खिल जानी है ।
9
कितनी सूनी रातें
थोड़ा चैन मिला
पी लीं तेरी बातें ।
10
मुश्किल तो जीना है
तेरा साथ रहे
हर ग़म को पीना है ।
11
सुनसान डगर मेरी
चलते जाना है
तूने अँखियाँ फेरी ।
12
छोटा -सा बच्चा है
बातें समझ -भरी
न अकल का कच्चा है ।
13
काटे जो पेड़ यहाँ
इक दिन होगा वो
ढूँढोगे साँस कहाँ ।
14
जो प्रीत निभाई है
सुख-दुख साथ जिएँ
अब कसम उठाई है ।
15
कब ऐसा था जाना
तुझसे प्रीत हुई
जग लगता बेगाना ।
-0

