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"कीजो प्रीत खरी / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर

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बादल देख डरी हो, स्याम! मैं बादल देख डरी।<br>
 
बादल देख डरी हो, स्याम! मैं बादल देख डरी।<br>
 
श्याम मैं बादल देख डरी।<br>
 
श्याम मैं बादल देख डरी।<br>

19:27, 24 जून 2009 के समय का अवतरण

बादल देख डरी हो, स्याम! मैं बादल देख डरी।
श्याम मैं बादल देख डरी।
काली-पीली घटा ऊमड़ी बरस्यो एक घरी।
श्याम मैं बादल देख डरी।
जित जाऊँ तित पाणी पाणी हुई भोम हरी।।
जाका पिय परदेस बसत है भीजूं बाहर खरी।
श्याम मैं बादल देख डरी।
मीरा के प्रभु हरि अबिनासी कीजो प्रीत खरी।
श्याम मैं बादल देख डरी।