Changes

परन्तु.... वह शिथिल, निस्पृह ही खड़ा रहा।
'''वह '''पुनः गया, एक नई रचना की खोज में
एक के बाद एक नया रंग बनाता
फिर उसने एक अनुपम रंग चुना
परन्तु.... वह शिथिल, निस्पृह-सा खडा रहा ।
'''उसने '''पराजय न स्वीकारी
रचनाधर्मी था
रचना रूपी गांडीव पुन: उठाया उसने
परन्तु.... फ़िर भी वह शिथिल, निस्पृह-सा खडा रहा ।
'''वह '''यकायक गायब हो गया
उसका कुछ न पता चला
कि वह कहाँ गया, क्या हुआ?
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,736
edits