सो तो है

| रचनाकार | अशोक चक्रधर |
|---|---|
| प्रकाशक | प्रलेक प्रकाशन, नई दिल्ली |
| वर्ष | 1984 |
| भाषा | हिन्दी |
| विषय | कविताएँ |
| विधा | |
| पृष्ठ | 104 |
| ISBN | |
| विविध |
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- ठेकेदार भाग लिया / अशोक चक्रधर
- माशो की माँ / अशोक चक्रधर
- पड़ोसी / अशोक चक्रधर
- पहली तारीख़ / अशोक चक्रधर
- धुआं ही धुआं है / अशोक चक्रधर
- सो तो है खचेरा / अशोक चक्रधर
- चट्टान : संवेदनात्मक ज्ञान / अशोक चक्रधर
- चट्टान से समाधान / अशोक चक्रधर
- चट्टान के लिए परेशान / अशोक चक्रधर
- चट्टान : गुंजायमान / अशोक चक्रधर
- चट्टान के दरम्यान / अशोक चक्रधर
- चट्टान में श्रमदान / अशोक चक्रधर
- चढ़ाई पर रिक्शेवाला / अशोक चक्रधर
- मूँछें तब निकली ही थीं मेरी / अशोक चक्रधर
- चोमन्ना / अशोक चक्रधर
- स्याही का इस्तेमाल / अशोक चक्रधर
- निखिल बनर्जी को सुनते हुए / अशोक चक्रधर
- क्रम / अशोक चक्रधर
- चेतन जड़ / अशोक चक्रधर
- पहले पहले / अशोक चक्रधर
- नख़रेदार / अशोक चक्रधर
- किधर गई बातें / अशोक चक्रधर
- चल दी जी, चल दी / अशोक चक्रधर
- देह नृत्यशाला / अशोक चक्रधर
- फिर कभी / अशोक चक्रधर
- कामेण्ट्री / अशोक चक्रधर
- रेल में कविता लिखती लड़की / अशोक चक्रधर
- कवित्त प्रयोग / अशोक चक्रधर
- कौए पिघलते हैं / अशोक चक्रधर
- दरार और दीवार / अशोक चक्रधर
- होतीलाल में सपना / अशोक चक्रधर
- बूढ़े बच्चे / अशोक चक्रधर