Last modified on 24 अप्रैल 2018, at 14:11

मौत के बीमा / मथुरा प्रसाद 'नवीन'

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:11, 24 अप्रैल 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मथुरा प्रसाद 'नवीन' |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

समय के तकाजा हे,
केकरे हाथ में सिंघा नै
सबके हाथ में तुतही बाजा हे
के हे हियां जंगी,
सब खेल रहल हे
कुरसी के नौटंकी
ई तबाही,
सबके बना देतो राह के राही
राहो में काँटा गड़ जैतो
हो जैतो घाव
ई घाव तनी चोखैतो
जब अैतो चुनाव
फेर तो खंघरतो
अउ खंघरतो?
तब कभी नै भरतो
न काम देतो इनजेकसन
न काम देतो इनजेकसन
न काम देतो एनीमा
डाक्टर ले लेलको हे
तोहर मौत के बीमा