Last modified on 12 सितम्बर 2018, at 13:50

टूट्या के बाद बधावा / 2 / राजस्थानी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:50, 12 सितम्बर 2018 का अवतरण ('{{KKLokRachna |भाषा=राजस्थानी |रचनाकार= |संग्रह=विवाह गीत / रा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उठ सवागण ओ घर नीप, म्हार साल सरिसा ओबरा।
जी ओड जोड पगल्या ये मांड तो देखो जानेती आवता।
जी ओड जोड पगल्या ये मांड तो देखो बिंदराजा आवता।
आसी आसी कासबजीरा जोध सुरजजी घर ही पधारसी।
आसी आसी महादेवजीरा जोध गजानंदजी घर ही पधारसी।
जायोडा रा आनंद उछाव, आयो डारा रलीय बधावणोजी।
उठ बाई बेना भर मोतीडारा थाल, करोनी अजरावल बीर की जी।
नोट- इस प्रकार सभी जंवाई, मामाजी के नाम लें।