Last modified on 15 सितम्बर 2008, at 16:40

लाड्डो पूछै बाबा से (बारात आगमन) / खड़ी बोली

Rameshwarkamboj (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 16:40, 15 सितम्बर 2008 का अवतरण (नया पृष्ठ: बारात आगमन का गीत<br> लाड्डो पूछै बाबा से ओ बाबा<br> मैं किस विध देखण ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बारात आगमन का गीत


लाड्डो पूछै बाबा से ओ बाबा

मैं किस विध देखण जाऊँ ,रंगीले आ उतरे बागों मैं ।

-हाथ डालिया फूलों की ऐ लाड्डो

तुम मालाण बन कै , रंगीले आ उतरे बागों मैं ।

बोल गए बतळा गए बागों मैं

मेरी रंग भरी लाड्डो को नजर लगा गए बागों मैं।

लाड्डो पूछै ताऊ से ओ ताऊ

मैं किस विध देखण जाऊँ ,रंगीले आ उतरे बागों मै।

-हाथ डालिया फूलों की ऐ लाड्डो …

लाड्डो पूछै पिता से ओ पिता

मैं किस विध देखण जाऊँ ,रंगीले आ उतरे बागों मै।

-हाथ डालिया फूलों की ऐ लाड्डो

तुम मालाण बन कै , रंगीले आ उतरे बागों मैं ।

लाड्डो पूछै चाचा से ओ चाचा

मैं किस विध देखण जाऊँ ,रंगीले आ उतरे बागों मै।

-हाथ डालिया फूलों की ऐ लाड्डो

तुम मालाण बन कै , रंगीले आ उतरे बागों मैं ।
>>>>>>>>>