कुछ और तरह से भी

| रचनाकार | हस्तीमल 'हस्ती' |
|---|---|
| प्रकाशक | वाणी प्रकाशन |
| वर्ष | 2005 |
| भाषा | हिंदी |
| विषय | |
| विधा | ग़ज़ल |
| पृष्ठ | 94 |
| ISBN | 81-8143-323-8 |
| विविध |
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- इस बार मिले हैं ग़म कुछ और तरह से भी / हस्तीमल 'हस्ती'
- ये मुमकिन है कि मिल जाएँ तेरी खोई चीज़ें / हस्तीमल 'हस्ती'
- हम जिनके लिए शमा की मानिंद जले थे / हस्तीमल 'हस्ती'
- मेरे घर के रस्ते है मस्जिद भी बुत ख़ाना भी / हस्तीमल 'हस्ती'
- नहीं लगने दी मैंने अपनी क़ीमत कौन मानेगा / हस्तीमल 'हस्ती'
- कोशिशों में दम न था / हस्तीमल 'हस्ती'
- सुबह जुदा है रात जुदा / हस्तीमल 'हस्ती'