पिया आगिन बैशाख।
करसी रङ देह जरै मन भेलै राख
पिया आगिन बैशाख।
आगिन के गोतिया बैशाखोॅ के रोतोॅ
धरती केॅ की रङ बनैलकै सुखौतोॅ
कोशी रङ गांगो भी बनी गेलै सोतोॅ
दुबड़ी तेॅ पैहिले जरी केॅ छै खाक
पिया आगिन बैशाख।
हेनोॅ बैशाखोॅ के आगिन ई आगिन
ओसरा पर ठाढ़ी गुर्रावै छै बाघिन
धेनू केॅ छानी फुफकारै छै धामिन
गाछी संग पंछी के जरी गेलै पाँख
पिया आगिन बैशाख।
-9.5.97