भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चराग़े-दिल / देवी नांगरानी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 8 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=देवी नांगरानी
 
|रचनाकार=देवी नांगरानी
 
}}
 
}}
 
 
{{KKPustak
 
{{KKPustak
|चित्र= Charag-e-dil.JPG
+
|चित्र=Charage-Dil.jpg
 
|नाम=चराग़े-दिल  
 
|नाम=चराग़े-दिल  
 
|रचनाकार=[[देवी नांगरानी]]
 
|रचनाकार=[[देवी नांगरानी]]
|प्रकाशक=  
+
|प्रकाशक=सरला प्रकाशन,1586/1 ई नवीन शाहदरा, दिल्ली-110032
|वर्ष=  
+
|वर्ष=2007
 
|भाषा=हिन्दी
 
|भाषा=हिन्दी
 
|विषय=  
 
|विषय=  
|शैली=--
+
|शैली=ग़ज़ल
|पृष्ठ=--
+
|पृष्ठ=144
|ISBN=--
+
|ISBN=81-88911-36-4
 
|विविध=--
 
|विविध=--
 
}}
 
}}
पंक्ति 20: पंक्ति 20:
 
* [[दीवारो-दर थे, छत थी वो अच्छा मकान था / देवी नांगरानी]]
 
* [[दीवारो-दर थे, छत थी वो अच्छा मकान था / देवी नांगरानी]]
 
* [[देखकर मौसमों का असर रो दिए / देवी नांगरानी]]
 
* [[देखकर मौसमों का असर रो दिए / देवी नांगरानी]]
* [[सर पटकते हैं आशियानों में / देवी नांगरानी]]
+
* [[उड़ गए बालो-पर उड़ानों में / देवी नांगरानी]]
 
* [[आंधियों के भी पर कतरते हैं / देवी नांगरानी]]
 
* [[आंधियों के भी पर कतरते हैं / देवी नांगरानी]]
 
* [[ताज़गी कुछ नही हवाओं में / देवी नांगरानी]]
 
* [[ताज़गी कुछ नही हवाओं में / देवी नांगरानी]]
 
* [[या बहारों का ही ये मौसम नहीं / देवी नांगरानी]]
 
* [[या बहारों का ही ये मौसम नहीं / देवी नांगरानी]]
 
* [[डर उसे फिर न रात का होगा / देवी नांगरानी]]
 
* [[डर उसे फिर न रात का होगा / देवी नांगरानी]]
* [[उड़ गए बालो-पर उड़ानों में / देवी नांगरानी]]
 
 
* [[आज हम धूप खाने आए हैं / देवी नागरानी]]
 
* [[आज हम धूप खाने आए हैं / देवी नागरानी]]
 
* [[लबों पर गिले यूं भी आते रहे हैं / देवी नागरानी]]
 
* [[लबों पर गिले यूं भी आते रहे हैं / देवी नागरानी]]
पंक्ति 36: पंक्ति 35:
 
* [[कोई और था फिर भी / देवी नागरानी]]
 
* [[कोई और था फिर भी / देवी नागरानी]]
 
* [[गर्दिशों ने बहुत सताया है / देवी नागरानी]]
 
* [[गर्दिशों ने बहुत सताया है / देवी नागरानी]]
दर्द बनकर समा गया दिल में
+
* [[दर्द बनकर समा गया दिल में / देवी नागरानी]]
छीन ली मुझसे मौसम ने आज़ादियाँ
+
* [[छीन ली मुझसे मौसम ने आज़ादियाँ / देवी नागरानी]]
चराग़ों ने अपने ही घर को जलाया
+
* [[चराग़ों ने अपने ही घर को जलाया / देवी नांगरानी]]
सिसकियों में हों पल रहे जैसे
+
* [[सिसकियों में हों पल रहे जैसे / देवी नागरानी]]
तुझको अपना खुदा बनाया है
+
* [[तुझको अपना खुदा बनाया है / देवी नागरानी]]
 +
* [[हम दिलों में निवास करते हैं / देवी नागरानी]]
 +
* [[उदासी में डूब जाता है / देवी नागरानी]]
 +
* [[ग़म का पैग़ाम बादे-सबा दे गई / देवी नागरानी]]
 +
* [[चोट ताज़ा कभी जो खाते हैं / देवी नांगरानी]]
 +
* [[याद मुझे है अब तक / देवी नागरानी]]
 +
* [[ठहराव जिंदगी में दुबारा नहीं मिला / देवी नागरानी]]
 +
* [[रूठा वो बे सबब न था मुझसे / देवी नागरानी]]
 +
* [[अंधेरी गली में मेरा घर रहा है / देवी नागरानी]]
 +
* [[करम ख़ुदा का है सब पर / देवी नागरानी]]
 +
* [[बताऊँ तुम्हें क्या है दिल का लगाना / देवी नागरानी]]
 +
* [[बहता रहा जो दर्द का सैलाब / देवी नागरानी]]
 +
* [[यही रौशनी है, यही रौशनी है / देवी नागरानी]]
 +
* [[कोई षडयंत्र रच रहा है क्या / देवी नागरानी]]
 +
* [[तर्क कर के दोस्ती फिरता है क्यों? / देवी नागरानी]]
 +
* [[कितने आफ़ात से लड़ी हूँ मैं / देवी नागरानी]]
 +
* [[सर पटकते हैं आशियानों में / देवी नांगरानी]]

19:41, 24 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

चराग़े-दिल
Charage-Dil.jpg
रचनाकार देवी नांगरानी
प्रकाशक सरला प्रकाशन,1586/1 ई नवीन शाहदरा, दिल्ली-110032
वर्ष 2007
भाषा हिन्दी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 144
ISBN 81-88911-36-4
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।