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पता न पूछना यारो उदास लोगों का / विनोद तिवारी

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पता न पूछना यारो उदास लोगों का
शहर का शहर है यह बदहवास लोगों का

इधर से आम आदमी गुज़र नहीं सकता
ये रास्ता है बहुत ख़ास-ख़ास लोगों का

महाविनाश के नज़दीक जा रही दुनिया
हुआ है आज तक ऐसा विकास लोगों का

कोई न चाहेगा ऐसी जगह पे जाके रहे
जहाँ निशाँ न मिले आस-पास लोगों का

दिखाई देता नहीं आज पर कभी तो था
ये देश सात्विक सादा लिबास लोगों का