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आओ कुछ अहसास लिखें / सपना मांगलिक

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आओ कुछ अहसास लिखें
खुद पर एक विश्वास लिखें
मन कागज हौसला कलम बनाकर
एक नया इतिहास लिखें
नयनों में आशा प्रेम की भाषा
खो गए जो होशो हवास लिखें
ठेंगा दिखादें किस्मत को अपनी
रेखाओं के ऐसे आभास लिखें
ना राजा ना रंक कोई “सपना “
आम भी खुद को ख़ास लिखें