भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इआद / हम्मर लेहू तोहर देह / भावना

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:27, 18 मई 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भावना |अनुवादक= |संग्रह=हम्मर लेह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दूभी के तोर-तोर के
गोर ला बनइली पैजनी
लसफसिया के तोर-तोर के
हाथ ला बनइली पहुंची

भंगरिया के फूल तोर
कान ला बनइली कनफूल
गम्हार के बीया गांथ के
बनइली मटरमाला

मिल-जुल के सखी संगे
खेलली दुलहा-कनिया
घेटा-जोरी क के गइली
गीत बन नचनिया

कइसन सुन्नर रहे जिनगी
कईसन सुन्नर दुनिया
अब त इआद में खाली
सेस रह गेल "भावना"