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चंदा मामा आओ ना / कमलेश द्विवेदी

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चंदा मामा-चंदा मामा तुम धरती पर आओ ना।
कैसे इतनी मौज उड़ाते हमको यह बतलाओ ना।

घर पर रहते नहीं हमेशा,
टाइम कहाँ बिताते हो।
अक्सर हमें दिखाकर चेहरा,
तुम गायब हो जाते हो।
जहाँ घूमने जाते हो तुम हमको वहीं घुमाओ ना।
चंदा मामा-चंदा मामा तुम धरती पर आओ ना।

हम विद्यालय से गायब हों,
तो टीचर की डाँट सुनें।
घर से पल भर गायब हों तो,
मम्मी-पापा हमें धुनें।
टीचर-मम्मी-पापा सबको आओ कुछ समझाओ ना।
चंदा मामा-चंदा मामा तुम धरती पर आओ ना।

गायब होना अगर भला है,
तो हम पीटे जाते क्यों।
और अगर यह बुरी बात है,
तो तुम हमें सिखाते क्यों।
जितनी डाँट-मार हम खाते उतनी तुम भी खाओ ना।
चंदा मामा-चंदा मामा तुम धरती पर आओ ना।