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हम तs मछरिया जल के / सरोज सिंह

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लोराईल अंखिया... केहू न देखे
हम त मछरिया जल के
जिया छपुटाला पंवरत जाला
हम त मछरिया जल के
भईया जनमले थरिया बाजल
हम जनमली बिपत जागल
हम त मछरिया जल के...
भईया गईले सहरिया पढ़े
हम सिख्ली गिरहस्ती गढ़े
हम त मछरिया जल के!