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एक चटपट ट्रेन की योजना / निकानोर पार्रा / उज्ज्वल भट्टाचार्य
Kavita Kosh से
सैण्टियागो से पुएर्तो मॉन्ट के बीच
चटपट ट्रेन का इँजन
अपनी मँज़िल पर खड़ा रहता है (पुएर्तो मॉन्ट)
जबकि उसका आख़िरी डिब्बा
शुरुआती स्टेशन पर होता है (सैण्टियागो)
इस नई ट्रेन की सहूलियत यह है
कि यात्री तुरन्त पुएर्तो मॉन्ट पहुँच जाता है
जब वह सैण्टियागो में आख़िरी डिब्बे पर चढ़ता है
उसे सिर्फ़ इतना करना है
कि वह अपने सामान के साथ चलता रहे
पूरी ट्रेन से होकर
जब तक पहला डिब्बा न आ जाय
इतना कर लेने के बाद
यात्री अब उतर सकता है ट्रेन से
जो इस पूरे सिलसिले में
एक इँच भी नहीं हिलता है
नोट : चटपट ट्रेन का इस्तेमाल सिर्फ़ एक दिशा में किया जा सकता है। वापसी के लिए दूसरी दिशा की ट्रेन लेनी पड़ेगी ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य