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जब भी घर से बाहर जाओ / निदा फ़ाज़ली
Kavita Kosh से
जब भी घर से बाहर जाओ
तो कोशिश करो...जल्दी लौट आओ
जो कई दिन घर से ग़ायब रहकर
वापस आता है
वह ज़िन्दगी भर पछताता है
घर... अपनी जगह छोड़ कर चला जाता है।