भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
निदा फ़ाज़ली
Kavita Kosh से
निदा फ़ाज़ली
जन्म | 12 अक्तूबर 1938 |
---|---|
निधन | 08 फ़रवरी 2016 |
जन्म स्थान | दिल्ली, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
आँखों भर आकाश, मौसम आते जाते हैं , खोया हुआ सा कुछ, लफ़्ज़ों के फूल, मोर नाच, आँख और ख़्वाब के दरमियाँ, सफ़र में धूप तो होगी | |
विविध | |
1998 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
निदा फ़ाज़ली / परिचय |
संग्रह
प्रतिनिधि रचनाएँ
- खेल / निदा फ़ाज़ली
- कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता / निदा फ़ाज़ली
- बेसन की सोंधी रोटी पर / निदा फ़ाज़ली
- गरज बरस प्यासी धर्ती पर फिर पानी दे मौला / निदा फ़ाज़ली
- कभी बादल, कभी कश्ती, कभी गर्दाब लगे / निदा फ़ाज़ली
- वो शोख शोख नज़र सांवली सी एक लड़की / निदा फ़ाज़ली
- नयी-नयी आँखें / निदा फ़ाज़ली
- मुँह की बात / निदा फ़ाज़ली
- थोड़ी सी कमी / निदा फ़ाज़ली
- नया दिन / निदा फ़ाज़ली
- जंग / निदा फ़ाज़ली
- बस, इसी एक ज़ुर्म पर / निदा फ़ाज़ली
- नयी-नयी पोशाक बदलकर / निदा फ़ाज़ली
- दिल में ना हो ज़ुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती / निदा फ़ाज़ली
- कुछ तबीयत ही मिली थी / निदा फ़ाज़ली
- अब ख़ुशी है न कोई ग़म रुलाने वाला / निदा फ़ाज़ली
- अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाये / निदा फ़ाज़ली
- अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं / निदा फ़ाज़ली
- बदला न अपने आप को जो थे वही रहे / निदा फ़ाज़ली
- चांद से फूल से या मेरी ज़ुबाँ से सुनिये / निदा फ़ाज़ली
- देखा हुआ सा कुछ है तो सोचा हुआ सा कुछ / निदा फ़ाज़ली
- दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही / निदा फ़ाज़ली
- दीवार-ओ-दर से उतर के परछाइयाँ बोलती हैं / निदा फ़ाज़ली
- धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो / निदा फ़ाज़ली
- दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है / निदा फ़ाज़ली
- हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा / निदा फ़ाज़ली
- होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है / निदा फ़ाज़ली
- जब किसी से कोई गिला रखना / निदा फ़ाज़ली
- जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं / निदा फ़ाज़ली
- जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलौना है / निदा फ़ाज़ली
- कभी कभी यूँ भी हमने अपने ही को बहलाया है / निदा फ़ाज़ली
- कहीं छत थी दीवार-ओ-दर थे कहीं / निदा फ़ाज़ली
- मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार / निदा फ़ाज़ली
- मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में / निदा फ़ाज़ली
- मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये / निदा फ़ाज़ली
- सब की पूजा एक सी / निदा फ़ाज़ली
- तन्हा तन्हा हम रो लेंगे महफ़िल महफ़िल गायेंगे / निदा फ़ाज़ली
- तेरा हिज्र मेरा नसीब है तेरा ग़म ही मेरी हयात है / निदा फ़ाज़ली
- तुम ये कैसे जुदा हो गये / निदा फ़ाज़ली
- ये ज़िन्दगी / निदा फ़ाज़ली
- ज़हानतों को कहाँ कर्ब से फ़रार मिला / निदा फ़ाज़ली
- तुम्हारी कब्र पर / निदा फ़ाज़ली
- खट्टी चटनी जैसी माँ / निदा फ़ाज़ली
- सांवली सी एक लड़की / निदा फ़ाज़ली
- नहीं यह भी नहीं / निदा फ़ाज़ली
- जाने वालों से राब्ता रखना / निदा फ़ाज़ली
- लफ़्ज़ों का पुल / निदा फ़ाज़ली
- नज्म बहुत आसान थी पहले / निदा फ़ाज़ली
- ये दिल कुटिया है संतों की यहाँ राजा भिकारी क्या / निदा फ़ाज़ली
- उठ के कपड़े बदल / निदा फ़ाज़ली
- बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए / निदा फ़ाज़ली
- कच्चे बखिए की तरह रिश्ते उधड़ जाते हैं / निदा फ़ाज़ली
- हुआ सवेरा / निदा फ़ाज़ली
- एक दिन / निदा फ़ाज़ली
- इक़रारनामा / निदा फ़ाज़ली
- आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी / निदा फ़ाज़ली
- बृन्दाबन के कृष्ण / निदा फ़ाज़ली
- हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए / निदा फ़ाज़ली
- जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी / निदा फ़ाज़ली
- जितनी बुरी कही जाती है / निदा फ़ाज़ली
- कठ-पुतली है या जीवन है / निदा फ़ाज़ली
- किसी भी शहर में जाओ / निदा फ़ाज़ली
- मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ / निदा फ़ाज़ली
- नज़दीकियों में दूर का मंज़र तलाश कर / निदा फ़ाज़ली
- वक़्त बंजारा-सिफ़त लम्हा ब लम्हा अपना / निदा फ़ाज़ली
- यक़ीन चाँद पे सूरज में ऐतबार भी रख / निदा फ़ाज़ली
- मलाला मलाला / निदा फ़ाज़ली
- तेरा नाम नहीं / निदा फ़ाज़ली