Last modified on 20 नवम्बर 2014, at 15:37

तोसों कहा तकरार बदरवा ! / कांतिमोहन 'सोज़'

तोसों कहा तकरार बदरवा !
तू दुखियन का यार बदरवा !

तेरा जल है सागर का जल
मेरे आँसू गंगा निरमल
मेरी धार बिलम नहिं जाने
तू जाएगा हार बदरवा ।
तोसों कहा तकरार बदरवा ।
तू दुखियन का यार बदरवा ।।

आ हम दोनों बन हमजोली
रंग-बिरंगी रचें रंगोली
मैं भी उनकी बाट सकेरूँ
तू भी पंथ निहार बदरवा ।
तोसों कहा तकरार बदरवा ।
तू दुखियन का यार बदरवा ।।