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देखु जोगिया के रंग, देखु जोगिया के रंग / भवप्रीतानन्द ओझा

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भजन (नचारी)

देखु जोगिया के रंग, देखु जोगिया के रंग
तपसी के भेषधारी नारी अरधंग
विहसित पंचमुख, आनन्द उमंग
कपारें अगिनि जटां गंग तरंग
हाथें अभयवर, कुठार कुरंग
शीश पेॅ मुकुट जे विकट भुजंग
गौर वरण तीन नयन सुढंग
भाले सधाकर, गलें गरल प्रसंग
उनका के देथिन अन्न वसन सुरंग
अपना ले भांग गोला, रहथि उलंग
भवप्रीताक देव हर। चरण सुभंग
देहा छाड़िक उड़ेबेरी पराण विहंग।