भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भवप्रीतानन्द ओझा
Kavita Kosh से
भवप्रीतानन्द ओझा
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1886 |
---|---|
निधन | 1971 |
जन्म स्थान | ग्राम-कुंडा, वैद्यनाथ धाम, देवघर, झारखंड |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
भवप्रीतानन्द ओझा / परिचय |
अंगिका रचनाएँ
अंगिका झूमर
- प्रथमहि बन्दो शिव नन्दन हो / भवप्रीतानन्द ओझा
- गणेश गजानन गजमोती भूषण, गंगाधर के कुमार / भवप्रीतानन्द ओझा
- चित्तें चरणमा, कि रूप नयनमा, रसनमा में / भवप्रीतानन्द ओझा
- देखो माया के बादरा, देखो माया के बादरा / भवप्रीतानन्द ओझा
- अंगना में नन्दरैया, देखी-देखी नितरैया / भवप्रीतानन्द ओझा
- नोना लागी गांधी जेल गेल सखी, नोना लागी / भवप्रीतानन्द ओझा
- त्रिभंग मूरति सोहान गे दूती! / भवप्रीतानन्द ओझा
- सांझे गेलों भरे पानी / भवप्रीतानन्द ओझा
- देखु जोगिया के रंग, देखु जोगिया के रंग / भवप्रीतानन्द ओझा
- ऐसन निंदिया में अगिया लागी जाय / भवप्रीतानन्द ओझा
- बड़ी दुख देलके ई घुसखोर बेमनमा / भवप्रीतानन्द ओझा
- पिया चलु हे आज लड़ी के लेबे अपना झारखण्ड राज / भवप्रीतानन्द ओझा
- सपना सगुन देखी / भवप्रीतानन्द ओझा
- जय जयति हर हर करुणा सागर / भवप्रीतानन्द ओझा
- आबी गेले रे भइया नबका जमनमा / भवप्रीतानन्द ओझा
- पताल में छले जते मताल असुर / भवप्रीतानन्द ओझा
- भजत रह हर पद कमल / भवप्रीतानन्द ओझा
- गौर अंग जटां गंग सुमुकुट मणिमय भुजंग / भवप्रीतानन्द ओझा
- भाँगें आँखि ढुलू-ढुलू, भाँगें आँखि ढुलू-ढुलू / भवप्रीतानन्द ओझा
- शिव समान दाता नहीं जग में / भवप्रीतानन्द ओझा
- चान्दी धमक जोखे गौर वरणमा / भवप्रीतानन्द ओझा
- महिमा चमके बिजली दमके, मदन के भसम रमाय / भवप्रीतानन्द ओझा
- जय जय प्रभु। जय महेश, वैद्यनाथ शिव सुरेश / भवप्रीतानन्द ओझा
- खाली हाथे एका आय, भूललों धन जन पाय / भवप्रीतानन्द ओझा
- धन जन परिवार क्षण में सभे उजार / भवप्रीतानन्द ओझा
- माया के संसार, यहाँ सदा कोय ने रहनहार / भवप्रीतानन्द ओझा
- धुन-नैना लागी रही हमरी / भवप्रीतानन्द ओझा
- विश्वामित्र ऋषि संगे श्री राम लखन जी / भवप्रीतानन्द ओझा
- अघन सोहान / भवप्रीतानन्द ओझा
- एके तो अबला नारी दोसरे जे एसकरी / भवप्रीतानन्द ओझा
- कदमा के डारे चढ़ि बोलै कोइलिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- हमरो देखाय दे मेला हे बालम / भवप्रीतानन्द ओझा
- बाँसुरिया! तान में जोड़ले कैसें बाण / भवप्रीतानन्द ओझा
- आकाश सें भगवती, पापी कंस से कहथीं / भवप्रीतानन्द ओझा
- शिव के वंचित करी दक्ष यज्ञ जब करला / भवप्रीतानन्द ओझा
- देव देवी हरषित नाचे अपसरिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- जागी प्रहरी भोरें कंस ठौर गेल / भवप्रीतानन्द ओझा
- भादव राति अन्धार घोर, गरजै बादल बरषे जोर / भवप्रीतानन्द ओझा
- पिया परदेशिया रे आधरिया निशिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- आइल सुख भादरा गरजे घोर बादला / भवप्रीतानन्द ओझा
- सुनी के मुरली ध्वनि, चिहुकि उठली धनि / भवप्रीतानन्द ओझा
- मोहन जी केॅ हँसिया कि मोहन जी के बँसिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- नंद के छयला कृष्ण वयसें नवीन गो / भवप्रीतानन्द ओझा
- भादव रतिया भयान झरिया सोहान / भवप्रीतानन्द ओझा
- तेजी गेला यदुपतिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- विमल विभूति बाबा वरद बहनवा से / भवप्रीतानन्द ओझा
- मेघा घहरावेॅ कि पानी बरसावेॅ / भवप्रीतानन्द ओझा
- बाँस के बाँसुरिया रे, बड़ी गुण तोर रे / भवप्रीतानन्द ओझा
- सुनिया सघन मुरली तान हरि प्रेमाकुल भेल पराण / भवप्रीतानन्द ओझा
- बाबा बासुकीनाथ हम अयलोॅ छी भिखरिया / भवप्रीतानन्द ओझा
- कोयलिया काहे राति करे शोर / भवप्रीतानन्द ओझा
- सुनी बाँसुरी राबद, हियाँ उठले दरद / भवप्रीतानन्द ओझा