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गणेश गजानन गजमोती भूषण, गंगाधर के कुमार / भवप्रीतानन्द ओझा
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गणेश गजानन गजमोती भूषण, गंगाधर के कुमार
हाय राम, गंगाधर...
गौरी के लाला, गणपति पाला, गुण-सागर गुणाधार हो
जय गौरी दुलरुआ
गति भगत के तोरे चरणमा सार हो, जय गौरी...
गायक, नायक, गुण प्रदयक, गणधिप गुणागार
हाय राम, गणधिप...
गंध धूप से प्रीत, गोविन्द अर्चित, गो-ब्राह्मण रखबार हो
गति भगत के तोरे चरणमा सार
जय गौरी...
‘ग’ कारा दी युत् सोलह नाम पूत जे करे नित पुकार
हाय राम, जे करे...
सुख भोग पावै से तरी जावे, घुरी न आवे संसार हो
गति भगत...
जय गौरी...
प्रभु लम्बोदर करुण सागर, सुनहु अरज हमार
हाय राम, सुनहु...
हे भवनन्दन काटि भव-बन्धन, भवप्रीताक करु उद्धार हो
जय गौरी...
गति भगत के तोरे...।