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नंद के छयला कृष्ण वयसें नवीन गो / भवप्रीतानन्द ओझा

झूमर (दड़झुमरा)

नंद के छयला कृष्ण वयसें नवीन गो
बजाबये वंशी पैसी विपिन गो
बजाबये वंशी...
प्रेमचारा गाँधी वंशी, फेंकले गोबिन गो
चारा लोभें बांझि गेले मन मीन गो
चारा लोभें
वंशी सगे टानी मोही आनी निज ठीन गो
निज जन सतीं करि देल भीन गो
निज जन
भवप्रीता कहे युगल मिलन रंगीन गो
ब्रह्म संगे माया भले गेले लीन गो
ब्रह्म संगे।