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चित्तें चरणमा, कि रूप नयनमा, रसनमा में / भवप्रीतानन्द ओझा

चित्तें चरणमा, कि रूप नयनमा, रसनमा में
दुर्गा नाम रटनमा, रसनमा में।
चरित श्रवणमा कि महिमा मननमा, जीवनमा में
भक्ति रस सिंचनमा, जीवनमा में।
हाथ सें पूजनमा कि अन्तरें जपनमा, चलनमा में
नित देवी प्रदक्षिणमा, चलनमा में।
भवप्रीताक मनमा कि दुर्गा शरणमा, मरणमा में
जैसें नें छुए शमनमा, मरणमा में
मैयाक ज्योति मिलनमा मरणमा में।